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Hindi books - Black Hole CH-29 पुरानी घडी

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Valuable quotes -

Life is the art of drawing sufficient conclusions from insufficient premises.

--- Samuel Butler (1612-1680)


स्टेलाने बारी बारीसे अपने टॉर्चकी रोशनी 'D4' और 'D5' कुंएपर डालते हूए जाकोबसे पुछा,

'' 'D3' में हवा नही है उसकी वजहसे वह खतरनाक है, यह मै समझ सकती हूं , लेकिन इन 'D4' और 'D5' कुंएमें ऐसा क्या है की वेभी खतरनाक है ? ''

जाकोब चलते हूए 'D5' कुंएके पास गया. वहां जिस पत्थरपर निचे 'D5' और 'खतरा' ऐसा लिखा था उसी पत्थरपर एक पुरानी घडी रखी हूई थी.

'' इस दोनो ब्लॅकहोलमें हवातो है लेकिन फिरभी ये दोनो ब्लॅकहोल्स उतनेही खतरनाक है ..'' जाकोबने कहा. जाकोब स्टेलाके कलाईको पकडकर उसे उस घडी के पास ले गया, '' आवो... इधर तो आवो ''

स्टेला उसकी तरफ देखते हूए उसे क्या कहना है यह समझनेका प्रयास कर रही थी. वहां निचे पत्थरपर 'खतरा' ऐसा लिखा हुवा होनेसे वह डरते हूएही उसके साथ गई.

'' डरो मत ... सिर्फ ध्यान रखो... की मै जोभी निर्देश दुंगा उसे वैसेही और तुरंत अंमलमें लाना जाना चाहिए ... ...'' जाकोबने उसका डर दूर करनेके उद्देशसे कहा.

जाकोबने वह उस पत्थरपर रखी हूई घडी उठाई और अपनी घडीके साथ मिलाई.

'' देखो अब दोनो घडीमें रातके 9.00 बज चूके है '' जाकोबने कहा.

उसने वह पुरानी घडी फिरसे उस पत्थरपर उसकी पहली जगहपर रख दी और स्टेलाको लेकर वह अब कुंएके पास गया.

'' अब मेरे साथ इस कुंएमें छलांग लगावो ... और जैसे मैने पहले कहा ... अंदर हमेशा मेरे साथही रहो... '' जाकोबने उसे आगाह किया.

स्टेलाने हांमे अपनी गर्दन हिलाई और दोनोंने एकदूसरेका हाथ पकडकर उस कुंएमें छलांग लगाई.

जाकोब और स्टेलाको थोडी देरमें वे एक दुसरे पथरीले गुंफामें जमिनपर गिरे है ऐसा मालूम पडा.

'' चलो जल्दी उठो और मेरे साथ दौडना शुरु करो...'' जाकोब जल्दी जल्दी उठकर खडा हो गया और स्टेलाका हाथ अपने हाथमें लेकर उसे उठनेके लिए मदद करते हूए बोला.

जब वह उठकर खडी हो गई, जाकोब उसका हाथ अपने हाथमें कसकर पकडते हूए उसे अपने साथ लेते हूए , लगभग खिंचते हूए, दौडने लगा. वह जोरसे दौड रहा था और स्टेला उसके साथ दौडनेकी जी जानसे कोशीश कर रही थी.

'' चल जल्दी ... मेरे साथ दौडो ...'' वह दौडते हूए बोल रहा था.

आखिर दौडते हूए वे एक कुंएके पास आकर पहूंच गए. उस कुंएके बगलमें खडे पत्थरपर ' एक्सीट' ऐसा लिखा हूवा था.

'' चलो जल्दी .. जल्दसे जल्द मेरे साथ छलांग लगावो '' जाकोबने कहा.

दोनोंने एक दूसरेका हाथ पकडकर उस 'एक्सीट' कुंएमें छलांग लगाई.

जाकोब और स्टेला फिरसे पहले वे जिस लेव्हलपर थे उस 'D' लेव्हलके पथरीली गुंफामें आकर जमिनपर गिर गए. तेजीसे दौडनेकी वजहसे दोनोंकी सासें फुली हूई थी. वे धीरे धीरे जमिनसे उठ गए. जाकोबने अपने टॉर्चकी रोशनी जिस पत्थरपर वह पुरानी घडी रखी थी उसपर डाली, और वह उधर जाने लगा. स्टेलाभी उसके पिछे पिछे उसके साथ हो ली. टॉर्चके रोशनीमें उस पत्थपर निचे 'D5' और 'खतरा' ऐसा लिखा हूवा दिख रहा था. .

जाकोबने उस पत्थरपर रखी वह पुरानी घडी उठाई और अपने कलाईपर बंधे घडीके साथ जोडकर देखी. स्टेलाभी उस दोनो घडीयोंकी तरफ गौर से देख रही थी.

''देखो इस घडीमें रातके 7 बजकर 15 मिनट हो गए है और मेरे घडीमे शामके 9 बजकर 3 मिनट हो गए है '' जाकोबने कहा.

'' बापरे... लगभग 2 घंटेका फर्क ... इसका मतलब क्या है ?'' स्टेला आश्चर्यसे अपने कलाईपर बंधे घडीकी तरफ देखते हूए बोली.

उसकीभी घडीमें 9 बजकर 3 मिनट हो गए थे.

'' इसका मतलब यही है की ... उस ब्लॅकहोलमें वक्तके मायने अलग है ... वहा वक्त उलटी दिशामें दौडता है ...'' जाकोब खुलासा करते हूए बोला.

'' लेकिन हमने तो सिर्फ तिनही मिनट उस ब्लॅकहोलमें गुजारे है .'' स्टेला फिरसे अपने घडीकी तरफ देखते हूए बोली.

'' वहां अंदर 3 मिनीट बाद मतलब यहां 2 घंटे पहले '' जाकोबने कहा.

'' सचमुछ कितना अविश्वनिय!'' स्टेलाके मुंहसे आश्चर्यसे निकला.

'' अगर हमने वहां उस ब्लॅकहोलमें जादा समय बिताया तो मुमकिन है की हम ऐसे वक्तमें पहूंच जाएंगे की जब ब्लॅकहोलकाभी अस्तित्व नही होगा ...'' जाकोबने कहा.

'' उससे क्या फर्क पडेगा ?'' स्टेलाने कुछ ना समझते हूए कहा.

'' पडेगा ना ... अगर 'एक्सीट' कुंएकाही अस्तित्व नही रहेगा तो तूम वापस कैसे आवोगी.. .. तूम वहा हमेशाके लिए अटक जावोगी... '' जाकोबने बताया.

जाकोबने अपनी खुदकी घडी जिसमें 9.03 बजे थे पिछे कर दी. अब उसके घडीमें 7 बजकर 16 मिनट हुए दिख रहे थे. स्टेलानेभी उसका देखकर अपनी घडीभी पिछे कर ली.

क्रमश:...


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Life is the art of drawing sufficient conclusions from insufficient premises.

--- Samuel Butler (1612-1680)


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2 comments:

  1. ब्लेक होल के आकर्षण से आज का अंश पढ़ा। सुंदर है। आप के पहले के दोनों उपन्यास पढ़ने पडेंगे।

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  2. wow sach me adbhut !

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